रुका हूँ Ruka Hoon Lyrics – Jigar Saraiya

Ruka Hoon Lyrics in Hindi

कहाँ है, कहाँ है
मैंने सौ बारियाँ
एक और बारी हाँ हो
कहूँगा कहूँगा तू जब तक मानी ना
है दिल ने ठानी हाँ

ओ हो हो मैं तो तेरी
हाँ को ही रुका हूँ जानिया
हूँ की करा मैं, की करा मैं
की करा तू ये बता

हो मैं तां तेरे बिन ना जीना
मैं तां मर जाना
मैं तां तेरे बिन ना जीना
मैं तां मर जाना
तेरी हाँ को मैं साल पच्छत्तर रुक जाना
हो चन्ना तेरे बिन न जीना
मैं तां मर जाना
मर जाना

हो नैना मेरे सूखे सूखे सूखे सूखे
यादां विच रुके रुके रुके रुके
नैना मेरे सूखे सूखे सूखे सूखे
यादां विच रुके रुके रुके रुके..

सुना है, सुना है
की दिल का जो रिश्ता है
वो कभी कभी घिसता है
ओ ओ सुनूँगा मैं सुनूँगा तेरा हर शिकवा वे
तू हंसदी ते हंसदा मैं

ओह हो मैं तो तेरी
हाँ को ही रुका हूँ जानिया
हूँ की करा मैं, की करा मैं
की करां तू ये बता

हो मैं तां तेरे बिन ना जीना
मैं तां मर जाना
मैं तां तेरे बिन ना जीना
मैं तां मर जाना
तेरी हाँ को मैं साल पच्छत्तर रुक जाना
हो चन्ना तेरे बिन न जीना
मैं तां मर जाना

हो मैं तां किसे नू वी प्यार किया
ना कर पाना
मैं तां तेरे बिन ना जीना
मैं तां मार जाना

रुका हूँ, रुका हूँ रुका हूँ
हाँ मैं तो तेरी हाँ को
रुका हूँ, रुका हूँ रुका हूँ
चन्ना तेरे बिन ना जीना
मैं तां मार जाना
के मैं तो तेरी हाँ को रुका हूँ

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