आगाज़ Aagaz – Cypher
Aagaz Lyrics in Hindi
आगाज़ है नया
एहसास कोई जगा
शरीक तू मुझमें है
या खुद से मैं हूँ जुदा
यूँ इतर की तरह
तू जो रूह में घुला
बनके खाब मैं तेरा
फिज़ा में महकने लगा
तू ही रब, तू ही खुदा
तू ही रब, तू ही दुआ
तू ही शाम, तू ही सुबह
ओ रहनुमा, ओ रहनुमा
तेरे बिना मैं जी ना सकूँ
तेरे लिए ही सजदे करूँ
तू ही तो है मेरे दिल की तमन्ना
तेरे बिना मैं रह ना सकूँ
ओ पिया रे मान जा रे
मुझको यूँ ना सता
तेरे दिल में जो छुपा है
करदे सब तू बयां
तू ही मेरा जूनून है
तू खाबों का कारवां
हां हा तू ही मेरा सुकून है
है तुझसे रोशन जहाँ
तू ही रब, तू ही खुदा
तू ही लव, तू ही दुआ
तू ही शाम, तू ही सुबह
ओ रहनुमा, ओ रहनुमा
आगाज़ है या अंजाम है ये
इश्क का कोई फरमान है ये
सारे जहां को कहना है बस
एक तू ही मोहब्बत है
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