जब हम पढ़ेया करते थे Jab Hum Padheya Karte The – Parmish Verma
Jab Hum Padheya Karte The Lyrics in Hindi
डंग डंग..डंग डंग..
देसी क्रू देसी क्रू देसी क्रू
डंग डंग..डंग डंग..
जब हम पढ़ेया करते थे
मोड़ों पे खड़ेया करते थे
जब हम पढ़ेया करते थे
मोड़ों पे खड़ेया करते थे
आते जाते लोगों की
नज़रों में चढ़ेया करते थे
आते जाते लोगों की
नज़रों में चढ़ेया करते थे
ओ जब हम पढ़ेया करते थे
मोड़ों पे खड़ेया करते थे
आते जाते लोगों की
नज़रों में चढ़ेया करते थे
डंग डंग..डंग डंग..
हो इतने वी नइ माड़े थे
लूक लिक के वेखड लाली सी
हो सारी क्लास दी टॉपर
मैं पीछे बैठन लाली सी होये
हो इतने वी नइ माड़े थे
लूक लिक के वेखड लाली सी
सारी क्लास दी टॉपर
मैं पीछे बैठन लाली सी
वो कर कामों में मुरें थी
हम कर कामों में भाडी थे
वो सबक़ मुका के बेह जाती
हम पेन्सल काढ़ेय करते थे
ओ जब हम पढ़ेया करते थे
मोड़ों पे खड़ेया करते थे
आते जाते लोगों की
नज़रों में चढ़ेया करते थे
ओ जब हम पढ़ेया करते थे
मोड़ों पे खड़ेया करते थे
वो बहाली हट्टी कट्टी थी
एक्को घंटे मैं पट्टी थी
हो बस एक पेटी की मार थी वो
बस अड्डे पे हट्टी थी
वो बहाली हट्टी कट्टी थी
एक्को घंटे मैं पट्टी थी
हो बस एक पेटी की मार थी वो
बस अड्डे पे हट्टी थी
हो मेनू लइ वो पार्क वाले
खुह के पीछे आती थी
गोल्डी सत्ता ज़िम्मी लाड़ी
मुफ़्त में सड़ेया करते थे
ओ जब हम पढ़ेया करते थे
मोड़ों पे खड़ेया करते थे
आते जाते लोगों की
नज़रों में चढ़ेया करते थे
ओ जब हम पढ़ेया करते थे
मोड़ों पे खड़ेया करते थे
हो छोटी छोटी बातों पर
एक चाह जैसा चढ़ जाता था
एक चाकनी में ही कमड़ा
दिल फ़ीलिंग फड़ जाता था
छोटी छोटी बातों पर
एक चाह जैसा चढ़ जाता था
एक चाकनी में ही कमड़ा
दिल फ़ीलिंग पढ़ जाता था
सबक़ सच्चा प्यार थी वो
लाख भुलाया भूल्दी नई
तड़के तड़के जिहदे लई
पाड़े में ठरेय करते थे
जब हम पढ़ेया करते थे
मोड़ों पे खड़ेया करते थे
जब हम पढ़ेया करते थे
मोड़ों पे खड़ेया करते थे
डंग डंग..डंग डंग..
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