कोई हसीन Koi Haseena Jab Rooth Jaati Hai Hindi Lyrics | Sholay

Koi Haseena Jab Rooth Jaati Hai Lyrics

कोई हसीन जब रूठ जाती है तो
और भी हसीन हो जाती है
कोई हसीन जब रूठ जाती है तो
और भी हसीन हो जाती है

टेसन से गाड़ी जब छुट जाती है तो
एक दो तीन हो जाती है

हाथों में चाबुख, होंठों पे गालियाँ
हाथों में चाबुख, होंठों पे गालियाँ
बड़ी नखरे वालियाँ होती है टांगे वालियाँ

कोई टांगे वाली जब रूठ जाती है तो, है तो, है तो
और नमकीन हो जाती है

कोई हसीना जब रूठ जाती है तो
और भी हसीन हो जाती है
जुल्फों में छैय्या, मुखड़े पे धूप है
हे जुल्फों में छैय्या, मुखड़े पे धूप है
बड़ा मज़दार गोरिये यह तेरा रंग रूप है

डोर से पतंग जब टूट जाती है तो, है तो, है तो
रुख़ रंगीन हो जाती है

(कोई हसीना जब रूठ जाती है तो
और भी हसीन हो जाती है
टेसान से गाड़ी जब छुट जाती है तो
एक दो तीन हो जाती है) x3

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