क्यूँ रब्बा Kyun Rabba Lyrics in Hindi – Badla | Armaan Malik
Kyun Rabba Lyrics in Hindi
दिल हँसते हँसते रो पड़ा
दर्द आसुओं में है बड़ा
दिल हँसते हँसते रो पड़ा
दर्द आसुओं में है बड़ा
टूटी सबसे यारी
मैं तो ज़िन्दगी से हारी
गयी सांसों को दुखा के
कहाँ पे ये हवा
क्यूँ रब्बा इस कदर तोड़ेया वे
के एक टुकड़ा ना छोड़ेया
धड़कने के लिए धडकनों में
कुछ ना बचा
क्यों रब्बा इस कदर तोड़ेया वे
के एक टुकड़ा ना छोड़ेया
धड़कने के लिए धडकनों में
कुछ ना बचा
तोड़ेया वे
तोड़ेया वे
धडकनों ने
तोड़ेया वे
खुद का वजूद खो गया
साया भी पराया हो गया
देखा है तुझको कहीं पे
बोले मेरा आईना
खुद का वजूद खो गया
साया भी पराया हो गया
देखा है तुझको कहीं पे
बोले मेरा आईना
खुदको ना पहचानू
पता खुदा का ना जानू
जाऊं अब मैं कहाँ पे
दिखे ना रास्ता
क्यूँ रब्बा इस कदर तोड़ेया वे
के एक टुकड़ा ना छोड़ेया
धड़कने के लिए धडकनों में
कुछ ना बचा
क्यों रब्बा इस कदर तोड़ेया वे
के एक टुकड़ा ना छोड़ेया
धड़कने के लिए धडकनों में
कुछ ना बचा
दिल का नसीब था बुरा
जो सोचा था वो ना हुआ
दूर से जो वो लगा समंदर
था वो मंज़र रेत का
दिल का नसीब था बुरा
जो सोचा था वो ना हुआ
दूर से जो वो लगा समंदर
था वो मंज़र रेत का
धोखा दे गयी तकदीरें
झूठी निकली लकीरें
करूँ किसपे यकीन समझ में आये ना
क्यूँ रब्बा इस कदर तोड़ेया वे
के एक टुकड़ा ना छोड़ेया
धड़कने के लिए धडकनों में
कुछ ना बचा
क्यों रब्बा इस कदर तोड़ेया वे
के एक टुकड़ा ना छोड़ेया
धड़कने के लिए धडकनों में
कुछ ना बचा
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