गीत में ढलते लफ़्ज़ों में Geet Mein Dhalte Lafzon Mein – Udaan

Geet Mein Dhalte Lafzon Mein Lyrics in Hindi

गीत में ढलते लफ़्ज़ों में
ताल पे चलती नब्ज़ों में
नया कुछ नया तो ज़रूर है
शाम से लेके सेहरों में
धुप जड़ी दुफेरो में
नया कुछ नया तो ज़रूर है

क्या बात है जो बात है ताज़ा लगे
ज़िन्दगी की नयी नयी फ़ज़ा लगे

हाँ यह उमंगो से
पूरा हुआ सीना है
सीना है सीना है सीना है
लम्हा ये माँगा नहीं
इससे हमनें छीना है
छीना है छीना है छीना है
यूँही जीना है

धूल जमी थी आँखों में
ख्वाब खिले अब लाखों में
नया कुछ नया तो ज़रूर है
दर्द की बातें कल की हैं
आज में खुशियां चालकी हैं
नया कुछ नया तो ज़रूर है
जेबों में हम रातें लिए घुमा करे
फुर्सत के यह मौके सभी झुमा करे

हाँ यह उमंगो से
पूरा हुआ सीना है सीना है
लम्हा यह माँगा नहीं
इससे हमने छीना है छीना है
यूँही जीना है

अँधेरी में है नयी गर्मियाँ
जूनून सख्त है गयी नर्मियाँ
है दिलचस्प ये आग सी आग सी
मिटेंगे नहीं याद से
याद से

गीत में ढलते लफ़्ज़ों में
ताल पे चलती नब्ज़ों में
नया कुछ नया तो ज़रूर है
शाम से लेके सेहरों में
धुप जड़ी दुफेरो में
नया कुछ नया तो ज़रूर है

क्या बात है जो बात है ताज़ा लगे
ज़िन्दगी की नयी नयी फ़ज़ा लगे

हाँ यह उमंगो से
पूरा हुआ सीना है सीना है ..
लम्हा यह माँगा नहीं
इससे हमने छीना है छीना है ..
यूँही जीना है

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