ज़िंदगी Zindagi – Pranaam | Ankit Tiwari

Zindagi Lyrics in Hindi

ए.. ए..
हम कहाँ तुम कहाँ
तुम कहाँ हम कहाँ

हम कहाँ तुम कहाँ
तुम कहाँ हम कहाँ

सारे मौसम ख़ुशनुमा थे
सर पे कितने आस्मां थे
एक पल में ही ना जाने
क्या हुवा ?

दूर तक अंधेरे
दूर है सवेरे
रास ही ना आए ज़िंदगी

आए कहाँ से जायेंगे कहाँ को
कुछ तो बताए ज़िंदगी

क्या से ये क्या हो गया
क्यूँ तू जुदा हो गया

ख़्वाबों में था जो शहर
क्यूँ लापता हो गया

सारे जुगनू खो गये हैं
हाथ खली हो गये हैं
एक पल में ही ना जाने
क्या हुवा ?

दूर तक अंधेरे
दूर है सवेरे
रास ही ना आए ज़िंदगी

आए हैं कहाँ से जायेंगे कहाँ को
कुछ तो बताए ज़िंदगी

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