दिल है कि मानता नहीं Dil Hai Ki Manta Nahi Lyrics in Hindi (Title Song)

Dil Hai Ke Manta Nahi Lyrics in English

Dil hai ke manta nahin
Dil hai ke manta nahi
Mushqil badi hai rasme mohabbat
Ye jaanta hi nahi

Dil hai ke manta nahi
Dil hai ke manta nahi

Yeh bekarari kyun ho rahi hai
Ye jaanta hi nahi
Yeh bekarari kyun ho rahi hai
Ye jaanta hi nahi

Teri wafaayein, teri mohabbat
Sab kucch hai mere liye
Toone diya hai nazrana dil ka

Hum to hain tere liye
Ye baat sach hai sab jaante hain
Tumko bhi hai ye yaqeen
Dil hai ke manta nahi

Hum to hain tere liye
Ye baat sach hai sab jaante hain
Tumko bhi hai ye yaqeen
Dil hai ke manta nahi

Dil to ye chaahe har pal tumhen hum
Bas yunhi dekha karen
Marke bhi hum na tumse judaa hon
Aao kucch aisa karen
Mujhme samaa jaa, aa paas aa jaa
Humdum mere humnashi

Dil hai ke manta nahi
Dil hai ke manta nahi

Hum to mohabbat karte hain tumse

Humko hai bas itni khabar
Tanha hamara mushqil tha jeena
Tum jo na milte agar
Betab saansein, bechain aankhen
Kehne lagi bas yahi

Dil hai ke manta nahin
Dil hai ke manta nahi
Mushqil badi hai rasme mohabbat
Ye jaanta hi nahi

Dil hai ke manta nahi
Dil hai ke manta nahi

Dil Hai Ke Manta Nahi Lyrics in Hindi – Faiz Anwar

दिल है कि मानता नहीं
दिल है कि मानता नहीं
मुश्किल बड़ी है रस्म-ए-मोहब्बत
ये जानता ही नहीं

ओ दिल है कि मानता
दिल है कि मानता
ये बेकरारी क्यों हो रही है
ये जानता ही नहीं
ओ दिल है कि मानता
दिल है कि मानता

दिल तो ये चाहे, हर पल तुम्हें हम
बस यूंही देखा करें
मर के भी हम ना, तुमसे जुदा हों
आओ कुछ ऐसा करें
मुझ में समा जा, आ पास आ जा
हमदम मेरे.. हमनशीं..
दिल है कि मानता
दिल है कि मानता

तेरी वफ़ाएं, तेरी मुहब्बत
सब कुछ है मेरे लिए
तूने दिया है, नज़राना दिल का
हम तो हैं तेरे लिए
ये बात सच है, सब जानते हैं
तुमको भी है, ये यक़ीं
दिल है कि मानता

हम तो मोहब्बत, करते हैं तुमसे
हमको है बस इतनी खबर
तन्हाँ हमारा, मुश्क़िल था जीना
तुम जो ना मिलते अगर
बेताब साँसें, बेचैन आँखें
कहने लगीं, बस यही..
दिल है कि मानता…
अदायें भी हैं, मोहब्बत भी है
शराफ़त भी है, मेरे मेहबूब में
वो दीवानापन, वो जालिम अदा
शरारत भी है, मेरे मेहबूब में

अदायें भी हैं, मोहब्बत भी है
नज़ाकत भी है, मेरे मेहबूब में
वो दीवानापन, वो मासूमियत
शरारत भी है, मेरे मेहबूब में

ना पूछो मेरा दिल कहा खो गया
तुझे देखते ही तेरा हो गया
आँखों में तू, मेरे ख्वाबों में तू है
यादों के महके गुलाबों में तू है
वो सहमी नज़र, वो कमसीन उमर
चाहत भी है, मेरे मेहबूब में

वो दीवानापन, वो मासूमियत
शरारत भी है, मेरे मेहबूब में

साँसों की बहती लहर रुक गयी
मुझे शर्म आयी, नज़र झूक गयी
के हम उन के कितने करीब आ गये
ये सोच के हम तो घबरा गये
वो बांकपन, वो दीवानगी
इनायत भी है, मेरे मेहबूब में

वो दीवानापन, वो जालिम अदा
शरारत भी है, मेरे मेहबूब में

मोहब्बत की दुनिया बसाने चला
मैं तेरे लिये सब भूलाने चला

खुशबू कोई उसकी बातों में है
हर फ़ैसला उसके हाथों में है

वो महका बदन, वो शर्मिलापन
नज़ाकत भी है, मेरे महबूब में

वो दीवानापन, वो जालिम अदा
शरारत भी है, मेरे मेहबूब में

अदायें भी हैं, मोहब्बत भी है
नज़ाकत भी है, मेरे मेहबूब में

SHARE ON