सुबह की गर्मी Subah Ki Garmi – It Happened In Calcutta
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Subah Ki Garmi Lyrics in Hindi
सुबह की गर्मी
रातों की शर्दी
शाम सुलझायेगी
माझी की लौ खोजे
सिरा सहमे हुए
वैरि जो बने कोयी
अधर पान करे
धीमे से कहती फ़िज़ा
कल होगा ये नया कल से
सुबह की गर्मी रातों की सर्दी
शाम सुलझाएगी
आ..
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