हिदायत Hidayat Lyrics in Hindi – Sung by Arun Shankar (Arsh)
Hidayat Hindi Lyrics
(हाफिज़ है जब तक तेरी ताक़त
पुरे कर ले तू मकसद
सुन ले तू मेरी ये हिदायत
मेहनत में बरसे वरकत) x 2
स्कूल में फर्स्ट लाइफ में फर्स्ट
जीना बिखरे से बस
कभी कभी तो मन मेरे करता
काट दूं मैं ये नश
पर हार नहीं सकता टूट नहीं सकता
मरने से पहले मर नहीं सकता
चाहे जीतनी आफत आये
डर के पीछे हट नहीं सकता
बना हुआ और फिर टिका एक
बारिश से जो बह जाए बस
खड़ा रहूँगा डट के लडूंगा
हिम्मत न अब मैं हारूँगा
अन्दर से मैं बिखर भी जाऊं
टूट टूट के चूर हो जाऊं
पर दुनियां को हँसने
एक मौका न मैं देके जाऊं
फेल हुआ मैं गिर गया मैं
लूड़क लुड़क के लटक गया मैं
फिर भी अगले दिन
रेस में आगे टपक गया मैं
ख़ुशी से ना ये करता मैं मजबूरी से
मेरा करना ये बस जनम तो मेरा हो गया
अब जीने का चारा ये
(हाफिज़ है जब तक तेरी ताक़त
पुरे कर ले तू मकसद
सुन ले तू मेरी ये हिदायत
मेहनत में बरसे वरकत) x 2
क्लास में हो तो मार्क्स की बात
ग्राउंड में हो तो तो स्कोर का चाट
ऐसी कोई जगह नहीं
जहाँ होता न सक्सेस का पाठ
ये यहाँ है वो वहां है
ज़िन्दगी में तू कहाँ है
know one guess और failure let
भाड़ में गए तेरे जज्बात
बच्चे को मैं शरीफ़ बनाऊं
प्रोग्रामिग ऐसी कराओ
उम्र से पहले उसे बड़ा बनाओ
फिर पोर्न पे उसे इल्जाम लगाओ
फिट करो घोड़े की नाल
और दबाते रहो एंड फुल रफ़्तार
गलती से जो रूक गया
तेरा जीना मुश्किल करदे यार
दूसरों की ना जगह
बस कामयाबी पूछे यहाँ
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तू अच्छा है या बुरा
ना उसे कोई लेना देना
सच्चाई यही है कड़वा
समझ न पाए तो डूबा
लागे सबसे जिद्दी
उन ही गुण तो तेरे काम आएगा
(हाफिज़ है जब तक तेरी ताक़त
पुरे कर ले तू मकसद
सुन ले तू मेरी ये हिदायत
मेहनत में बरसे वरकत) x 2
फुल जाने दे तेरी सांस
रुकना नहीं है तूने आज
खून पसीना बहा ले तू
बरना रह जायेगा पीछे यूं
निकल गए जो आगे मुड़ के ना देखे वो पीछे
चाहे हो कितने चचेरे
भूल जायेंगे तुझे वो प्यारे
दोस्त, प्यार परिवार
सबकुछ है complimentary यार
हे यू स्टॉप राइटिंग
लिखो किसी ओर की गुड बाय
चीज़ ये सस्ता है
हार मुझे नहीं चखना है
गलती इसमें किसी की नहीं
दुनियां का सलीका है
(हाफिज़ है जब तक तेरी ताक़त
पुरे कर ले तू मकसद
सुन ले तू मेरी ये हिदायत
मेहनत में बरसे वरकत) x 2
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