ज़िक्र Zikr Lyrics in Hindi – Amavas | Armaan Malik

Zikr Lyrics in Hindi

होने लगा इस तरह
मेरी गलती है
दिल को रोका तो ये
जुबां चलती है

इश्क को मैंने बड़ा समझाया
इश्क के आगे कहाँ चलती है

तेरा ना करता ज़िक्र
तेरी ना होती फिक्र
तेरे लिए दिल रोता ना कभी

यूँ ना बहाता अश्क
मैं भी मनाता जश्न
खुद के लिए भी जीता ज़िन्दगी

बा खुदा दिल गया
बा खुदा दिल गया
बा खुदा दिल गया
बा खुदा दिल गया हाँ..

तेरा ना करता ज़िक्र
तेरी ना होती फिक्र
तेरे लिए दिल रोता ना कभी

यूँ ना बहाता अश्क
मैं भी मनाता जश्न
खुद के लिए भी जीता ज़िन्दगी

जिस्म से तेरे मिलने दे मुझे
बेचैन ज़िन्दगी इस प्यार में थी
उँगलियों से तुझपे लिखने दे ज़रा
शायरी मेरी इंतजार में थी

मुझको लुटा दे इश्क
मुझको सिखा दे इश्क
किस्मत मेरे दर आ गया जो तू

मुझको जगाये रख
खुद में लगाये रख
की रातभर मैं अब ना सो सकूँ

तेरा ना करता ज़िक्र
तेरी ना होती फिक्र
तेरे लिए दिल रोता ना कभी

यूँ ना बहाता अश्क
मैं भी मनाता जश्न
खुद के लिए भी जीता ज़िन्दगी

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